Detailed Information Of Wall Paint Primer वॉल पेंट प्राइमर की विस्तृत जानकारी

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प्राइमर पिक्स

Detailed Information Of Wall Paint Primer वॉल पेंट प्राइमर की विस्तृत जानकारी

दीवारों की सतह पर पेंटिंग के बाद स्मूथ फिनिश लुक प्राप्त करने के लिए प्राइमर की कोटिंग करने की आवश्यकता होती है। वॉल पेंटिंग से पूर्व घर के इंटीरियर एवं एक्स्टिरियर दीवारों पर प्रयोग करने के लिए प्राइमर की रेंज बाज़ार में उपलब्ध है। घर की बाहरी दीवारों पर पेंट की कोट से पूर्व प्राइमर की कोटिंग का प्रयोग करने से दीवारों पर कवक की समस्या से बचा जा सकता है। इंटीरियर प्राइमर की कोटिंग घर के भीतरी दीवारों पर करने से दीवारों की नमी के कारण लगने वाली फुफुन्द से दीवारों को सुरक्षित रखा जा सकता है। इसके अतिरिक्त प्राइमर की कोटिंग से प्लास्टर की हुई नयी बनी दीवारों के पोर्स को बंद करने में  मदद मिलती है। जिससे दीवार की सतह समतल हो जाती है। फलस्वरूप पेंट की खपत कम होती है एवं दीवारों की सतह पर पेंटिंग का स्मूथ फिनिश लुक प्राप्त होता है। आइये जाने इस लेख के माध्यम से वॉल प्राइमर से सम्बंधित विस्तृत जानकारी।

वॉल प्राइमर क्या है Wall Primer Kya Hai

दीवारों की सतह पर पेंट की पकड़ मजबूत बनाने के लिए की जाने वाली विशेष प्रकार के पेंट को प्राइमर कहते हैं। ये पेंट सिंथेटिक रेसिन, साल्वेंट एवं एडिटिव एजेंट के मिश्रण से तैयार की जाती है। प्राइमर की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए कुछ प्रोडक्ट्स में पोलीथीन/प्लास्टिक का मिश्रण भी किया जाता है।

दीवारों की सतह पर प्राइमर की कोटिंग के बाद पेंट करने से पेंट की कम खपत होती है। इससे प्लास्टर की हुई दीवारों की सतह पर पेंट की पकड़ मजबूत एवं ज्यादा लम्बे समय तक टिकी रहती है। प्राइमर की कोटिंग चिनाई की हुई दीवारों के जोड़ों से क्षार के रिसाव को बंद करता है। इसके अतिरिक्त दीवारों की सतह के महीन छिद्रों को भरने का कार्य करता है। जिससे पेंटिंग के लिए समतल सतह तैयार करने में मदद मिलती है। प्राइमर की कोटिंग से  पेंट की हुई दीवार पर लगे क्रेयोंस, लिपिस्टिक एवं आयल आदि के दाग -धब्बे को छुपाने में मदद मिलती है। जिससे दीवारों की सतह पर पेंट का स्मूथ फिनिश लुक प्राप्त होता है।

वॉल प्राइमर के प्रकार  Types Of Wall Primer

दीवारों की सतह की स्थिति एवं पेंट के प्रकार के अनुसार प्राइमर का चुनाव करने पर पेंटिंग का बेहतर प्रभाव प्राप्त किया जा सकता है। सामान्यतः वॉल प्राइमर तीन प्राकार के होते हैं :

  • आयल बेस्ड प्राइमर :

इस प्रकार के प्राइमर का प्रयोग इंटीरियर और एक्सटीरियर दीवारों के लिए उपयुक्त रहता है। इस प्राइमर की कोटिंग के ऊपर आयल बेस्ड एवं लाटेक्स बेस्ड पेंट का प्रयोग किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त आयल बेस्ड प्राइमर दीवारों की सतह पर पड़े जिद्दी दाग-धब्बे को छिपाने में सहायक होते हैं। इस प्रकार के प्राइमरों का उपयोग चिनाई की हुई दीवार की सतह पर सीधे नहीं किया जा सकता है। इस प्रकार के प्राइमर में ज्यादा मात्रा में कार्बनिक यौगिक मौजूद होने के कारण पर्यावरण में प्रदूषण फैलाते हैं और सूखने में ज्यादा समय भी लेते हैं। इस प्रकार के प्राइमर का प्रयोग दीवारों की सतह के अतिरिक्त वुड एवं मेटल पर भी किया जा सकता है।

  • लाटेकस बेस्ड प्राइमर :

लाटेकस प्राइमर को ऐक्रेलिक प्राइमर भी कहते हैं। ये पानी आधारित प्राइमर होते हैं। इनका प्रयोग चिनाई की हुई दीवारों पर भी किया जा सकता है। इस प्राइमर की बेस कोट करने से दीवार की सतह की दरारें एवं जोड़ आदि को भरा जा सकता है। इस प्राइमर के प्रयोग से पर्यावरण में प्रदूषण नहीं फैलती है।

  • शेल्लाक प्राइमर (पिगमेंटेड प्राइमर):

इस प्रकार के प्राइमर का प्रयोग प्लास्टर वॉल्स, वुड्स, प्लास्टिक एवं मेटल की सतह पर किया जा सकता है। ये प्राइमर इंटीरियर पेंटिंग के लिए उपयुक्त होती है। इस प्राइमर की कोटिंग से स्मोक, मेटल की सतह पर लगे जंग आदि को छिपाने में मदद मिलती है। ये आयल बेस्ड प्राइमर के मुकाबले जल्दी सूखते हैं। किन्तु इनकी तेज गंध पर्यावरण को नुक्सान पहुँचाती है।

इंटीरियर वॉल्स पर प्राइमर कब आवश्यक है Interior Walls Per Primer kab Aavashyak Hai 

  • जब दीवारों की सतह पर दरारों या जोड़ों को भरने के लिए पैच का प्रयोग किया गया हो।
  • नयी बनी प्लास्टर दीवार।
  • जब डार्क कलर के पेंट के रंग को बदल कर लाइट कलर के पेंट को दीवार पर करवाना हो।
  • जब पेंट की हुई दीवार की सतह चमकदार एवं दाग -धब्बे युक्त हो, तो पेंट के साथ पर मजबूत पकड़ बनाने के लिए हल्की सैन्डिंग प्रक्रिया के बाद प्राइमर की कोटिंग करना आवश्यक है।

एशियन पेंट की प्राइमर रेंज  Asian Paints ki Primer Range

आजकल बाज़ार में अनेक ब्रांड की  एक्स्टिरियर एवं इंटीरियर प्राइमर उपलब्ध है। जिनमें से एशियन पेंट्स प्राइमर की रेंज निम्नलिखित है :

एशियन पेंट्स एक्सटिरियर प्राइमर Asian Paints Exterior Primer :

घर के बाहरी दीवारों की सतह पर पेंट की बेहतर फिनिशिंग के लिए निम्नलिखित प्राइमर का प्रयोग किया जा सकता है :

  • ट्रूकेयर प्राइमरो 

ये पानी आधारित प्राइमर है। जो अल्कली प्रतिरोधी, सिलिकोन एडिटिव्स से युक्त प्राइमर के साथ हीं सीलर के गुणों से युक्त है।

  • ट्रूकेयर एक्सटिरियर वॉल प्राइमर

ये पानी आधारित प्राइमर है। जो घर के बाहरी दीवारों पर सभी प्रकार के पेंट की कोटिंग को ज्यादा समय तक टिके रहने में मदद करता है।

  • ट्रूकेयर बायोब्लाक प्राइमर 

ये ऐक्रेलिक बेस्ड प्राइमर है। पेंटिंग से पूर्व इस प्राइमर की कोटिंग करने से दीवारों को फुफुन्द अथवा काई की समस्या से बचाया जा सकता है।

एशियन पेंट्स इंटीरियर प्राइमर 

घर के भीतरी दीवारों पर सभी प्रकार के पेंट की बेहतर फिनिशिंग लुक प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित प्राइमर का प्रयोग किया जा सकता है :

  • ट्रूकेयर इंटीरियर वॉल प्राइमर एडवांस्ड- वाटर बेस्ड 

पानी आधारित इस प्राइमर की कोटिंग डिस्टेंपर एवं प्लास्टिक इमल्शन पेंट की कोटिंग से पूर्व करना चाहिए।

  • ट्रूकेयर इंटीरियर वैल प्राइमर- साल्वेंट बेस्ड 

 

इस प्राइमर का प्रयोग चिनाई की हुई दीवारों पर पेंटिंग से पूर्व कोटिंग के लिए किया जा सकता है। इस प्राइमर के प्रयोग के बाद डिस्टेंपर, इमल्शन, चमक और मैट फिनिश पेंट का बेहतर फिनिश लुक प्राप्त किया जा सकता है।

  • रोयाल वॉल बेस कोट प्राइमर 

इस प्राइमर का प्रयोग सीलन एवं फुफुन्द युक्त दीवारों पर पेंटिंग से पूर्व की कोटिंग के लिए करना उपयुक्त रहता है।

  • ट्रूकेयर इंटीरियर इकॉनमी वैल प्राइमर – वाटर बेस्ड 

पानी आधारित इस प्राइमर की कोटिंग डिस्टेंपर एवं प्लास्टिक इमल्शन पेंट की कोटिंग से पूर्व करना उपयुक्त रहता है। ये दीवारों की सतह के पीएच स्तर ज्यादा होने की वजह से आने वाली सफेदी एवं फुफुन्द से दीवारों के पेंट को सुरक्षित रखती है।

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