Home Improvement Ideas – Interior and Exterior होम इम्प्रूवमेंट आइडियाज – इंटीरियर एंड एक्सटीरियर

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Home Improvement Ideas – Interior and Exterior होम इम्प्रूवमेंट आइडियाज – इंटीरियर एंड

एक्सटीरियर

घर की भीतरी सौन्दर्य को निखारने में चारदीवारों एवं सीलिंग की पेंटिंग सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके बाद उसमें रखी गयी फर्नीचर का आकार एवं प्रकार और दवाजों पर किया गया पेंट। फिर घर के प्रत्येक कमरे, हॉल, किचन, बाथरूम आदि के क्षेत्रफल के अनुसार उसकी सजावट। अंत में घर की भीतरी सुन्दरता के रौनक में लाइटिंग एवं पर्दे चार – चाँद लगाने का काम करते हैं।

इसी प्रकार घर के बाहरी सुन्दरता को निखाने में पेंट के क्वालिटी रेलिंग पर किया गया पेंट। बाहर रखे हुए फर्नीचर, पेड़ – पौधे आदि इन सबसे महत्वपूर्ण घर के प्रवेश करने वाले गेट पर किया गया पेंट। घर में नयापन एवं फ्रेश लुक लाने के लिए उपर्युक्त वस्तुओं की सजावट में थोड़ा- बहुत बदलाव करते रहना चाहिए। भारतीय संस्कृति में प्रत्येक वर्ष दीपावली के पर्व से पहले घर की पेंटिंग करवाने का चलन अब पुराने समय की बात हो गयी है। क्योंकि अब एक बार पेंट करवाने के बाद 3-4 वर्ष तक करवाने की जरुरत नहीं पड़ती है। ऐसे में यदि दीवारों के रंग से आप ऊब जाएँ तो कमरे की एक दिवार को डिज़ाइनर लुक दे कर भी नया लुक प्राप्त किया जा सकता है। आइये जाने इस लेख के माध्यम से घर के भीतरी एवं बाहरी रौनक को बढ़ाने के लिए क्या करें ?

घर की भीतरी सुन्दरता को बढ़ाने के टिप्स Ghar ki Interior Sundarta ke Tips

कमरों की दीवारों एवं सीलिंग का रंग Diwaron Evam Ceiling ka Rang

  • यदि रूम छोटे हैं तो दीवारों एवं सीलिंग पर हल्के रंग की पेंट करवाने से रूम के बड़े होने का एहसास होगा।
  • कमरे को क्लासिक लुक देने के लिए बेडरूम की एक दीवार को टेक्सचर पेंटिंग से सजाया जा सकता है। इसी दीवार के ऊपर सीलिंग में लाइट या हैंगिंग लैंप लगाने से कमरे में ड्रामेटिक लुक प्राप्त किया जा सकता है।
  • छोटे कमरे में फोल्डिंग फर्नीचर का प्रयोग करने से जगह ज्यादा दिखती है। इसके साथ हीं फर्नीचर की हाइट ऊँची नहीं होनी चाहिए।
  • दरवाजे, खिड़की एवं फर्नीचर के पेंट के रंग को एक जैसा रखना चाहिए।
  • फर्नीचर को दीमक से बचाने के लिए टर्मीशील्ड पेंट की कोटिंग की जा सकता है।
  • यदि कमरे की साइज़ बड़ी है तो डार्क शेड के पेंट का प्रयोग किया जा सकता है एवं सीलिंग को पीओपी से सजाया जा सकता है।
  • लिविंग रूम की एक दीवार पर मेटलिक पेंटिंग करवा कर एंटिक लुक दे सकते हैं। बेडरूम की एक दीवार को टेक्सचर पेंटिंग से सजाया जा सकता है।
  • बच्चों के कमरे को उनके मनपसंद कार्टून करेक्टर की थीम पेंटिंग करवाकर उनकी काल्पनिक शक्ति को पंख दिया जा सकता है।
  • घर के अन्दर के वुडवर्क , लकड़ी के फर्नीचर की मजबूती एवं सुन्दरता को बढाने के लिए वंडर वुड 2 K PU पेंट का प्रयोग किया जा सकता है।
  • इसके अतिरिक्त मेटल के रैक, खिड़की की ग्रिल एवं फर्नीचर की मजबूती, जंग लगने से बचाने एवं वर्षों तक नया बनाए रखने के लिए सिंथेटिक इनामेल पेंट का प्रयोग किया जा सकता है।
  • मोडुलर किचन की दीवारों को फर्नीचर एवं टाइल्स के कंट्रास्ट कलर की पेंटिंग करवा कर सजाया जा सकता है। बाथरूम को भी टाइल्स के कंट्रास्ट रंग से पेंट करवा कर सजाया जा सकता है।

वास्तुशास्त्र के अनुसार कमरे के पेंट का रंग Vastu Shastra ke Anusar Interior Paint ka Rang

ऐसी मान्यता है कि घर के अन्दर वास्तुशास्त्र के नियमों का पालन करने से घर में सुख- शान्ति बनी राहती है। इसके अलावा घर के अन्दर सकारात्मक उर्जा प्रवाह बना रहता है।

पूर्व दिशा के कमरे का रंग सफ़ेद या लाइट ब्लू

उत्तरी -पूर्व के कमरे का रंग लाइट ब्लू

दक्षिण दिशा के कमरे के पेंट का रंग लाल या पीला

दक्षिणी -पूर्व  के कमरे का रंग नारंगी, ग्रे या गुलाबी

दक्षिण – पश्चिम दिशा के कमरे के पेंट का रंग लाइट ब्राउन या चोकलेट कलर

उत्तर – पश्चिम  कोण में स्थित कमरे का रंग लाइट ग्रे, सफ़ेद एवं क्रीम कलर

उत्तर दिशा में स्थित कमरे का रंग हरा एवं धानी कलर

पश्चिम दिशा के कमरे का रंग नीला या सफ़ेद

कर्टेन, कारपेट एवं डोरमैट Curtain, Carpet Evam Door- mat

  • कमरे के आकार एवं पेंट के रंग के अनुसार परदे ,कालीन एवं पायदान के रंग का चुनाव करने से घर के भीतरी सौन्दर्य को बढ़ाया जा सकता है।
  • यदि कमरे बड़े हैं तो परदे की फैब्रिक मोटी एवं डार्क रंग का चुनाव किया जा सकता है।
  • कमरे की दीवारों एवं फर्नीचर के रंग से मैचिंग रंग या कंट्रास्ट रंग की बेडशीट, कालीन, परदे एवं पायदान के रंग का चुनाव करने से घर के अन्दर के लुक को सिस्टेमेटिक एवं कलात्मक रूप दिया जा सकता है।
  • यदि कमरे का आकार छोटा है तो रूम में पारदर्शी पर्दों का प्रयोग करना चाहिए। ज्यादा भड़कीले रंग के एवं मोटी फैब्रिक के पर्दे कमरे के आकार के छोटा होने का एहसास दिलाएंगे।
  • इसके अतिरिक्त कालीन एवं पायदान हल्के रंग एवं लाइट वेट के प्रयोग करने से जगह भरी हुई नहीं लगेगी। जिससे कमरे में ज्यादा जगह होने का एहसास होगा।

लाइट्स एवं डेकोरेशन Lights Evam Decoration

  • छोटे कमरे में रंगीन लाइट का प्रयोग करने से बचना चाहिए।
  • रंगीन लाइट से लुक बढ़ाने की बजाय डेकोरेटिव लैम्प्स का प्रयोग करना चाहिए।
  • स्लिम सिंगल हैंगिंग लैम्प्स  का प्रयोग करने से कमरे के बड़े होने का एहसास होता है।
  • बड़े एवं रंगीन झूमर, मल्टीप्ल हैंगिंग लैंप का प्रयोग बड़े कमरे या हॉल में करना ठीक रहता है।
  • कमरे की सीलिंग में लाइट लगाने से घर के अन्दर का लुक बढ़ जाता है।

घर के बाहर की सुन्दरता को बढ़ाने के टिप्स Ghar ki Exterior Sundarta ke Tips

  • घर के बाहर की सुन्दरता का मुख्य आकर्षण घर के पेंट का रंग एवं घर के प्रवेश द्वार पर लगा गेट होता है। घर के बाहरी दीवार के पेंट के रंग से आपके व्यक्तित्व की झलक मिलती है।
  • घर के बाहरी दीवारों को वर्षों तक नया जैसा बनाए रखने के लिए वेदरप्रूफ पेंट का प्रयोग करना चाहिए।
  • बाहरी छत पर बने कंक्रीट या क्ले वर्क के रूफ टॉप को एक्सेल टाइल गार्ड पेंट करना चाहिए। इससे टाइल्स की मजबूती बनी रहती है एवं पानी नहीं रूकता है। जिससे कवक जमने की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है।
  • घर के बाहर गार्डन के बीच या गेट एवं पार्किंग एरिया में फर्श पर लगे टाइल्स तथा गेट के बाहर रैंप पर लगे टाइल्स की सुन्दरता दुगुनी करने के लिए वेदरकोट फ्लोर प्रोटेक्टर पेंट का प्रयोग किया जा सकता है।
  • घर के बाहर की छत पर बने कंक्रीट रूफ टॉप , मेटल के गेट, टेरेस, बालकनी एवं स्टैर्स की रेलिंग, गार्डन में लगी स्विंग एवं लॉन में प्रयोग किये जाने वाली मेटल के फर्नीचर की मजबूती एवं आकर्षक लुक देने के लिए साटन इनामेल पेंट का प्रयोग किया जा सकता है।

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर के बाहरी गेट का रंग  Vastu Shastra ke Anusar Exterior Gate ke Paint ka Rang

दिशा के अनुसार घर के प्रवेश द्वार का रंग करवाने से घर में सकारात्मक उर्जा का प्रवाह होता है। जिससे घर में शान्ति एवं सुख -समृद्धि बनी रहती है। इसके लिए आवशयक है कि घर के मुख्यद्वार जिस दिशा में हो उसी के आधार पर गेट के रंग का चुनाव किया जाए। वास्तुशास्त्र के अनुसार गेट का रंग के चुनाव का विवरण निम्नलिखित है :

पूर्व दिशा के गेट का रंग – नारंगी या चमकीला पीला

पश्चिम दिशा के गेट का रंग- सफ़ेद या पीला

उत्तर दिशा के गेट का रंग- नीला या आसमानी

दक्षिण दिशा के गेट का रंग- काला, भूरा या बैंगनी

उत्तर -पूर्व दिशा के गेट का रंग- सफ़ेद या क्रीम कलर

दक्षिण – पूर्व दिशा के गेट का रंग- पीला या गेरुआ

दक्षिण – पश्चिम दिशा के गेट का रंग- गुलाबी या हल्का भूरा

उत्तर – पश्चिम दिशा के गेट का रंग- हल्का नीला

घर के एक्सटीरियर, इंटीरियर दीवारों, वुडवर्क, मेटल वर्क , वुडेन एवं मेटल के फर्नीचर, रूफ टॉप, कंक्रीट स्लैब , फ्लोर टाइल्स आदि को वर्षों तक नया लुक देने के लिए नीचे दिए लिंक का प्रयोग करिए।

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